देश मे 16 वी जनगणना 2021 के प्रथम चरण की शुरुआत हो चुकी है 2021 की जनगणना में भारत की आबादी 138 करोड़ तक बढ़ने की संभावना जिसमे है ।जनगणना के कार्य में कर्मचारियों द्वारा भवन का चिंहांकन प्रारम्भ हो गया है योजना के दूसरे चरण मे जब जनगणनाके संबंध मे जानकारी प्राप्त करने कर्मचारी आपके पास आए तो उनका आईडी कार्ड जरूर चेक करे उसके बाद ही उन्हे जानकारी दे आइए हम समझते है की जनगणना होती क्या है । किसी भी देश या वहाँ के राज्यो मे निवास करने वाले लोगो के व्यवसाय,शिक्षा,लिंग,जाति,धर्म, भाषा के आंकड़ों को वहाँ की सरकार के द्वारा जारी प्रारूप मे अंकित कर रेकॉर्ड के रूप मे संकलित करना जनगणना कहलाता है 2011 मे भारत की जनगणना के समय आयुक्त सी॰चन्द्रमौली द्वारा जनगणना के आंकड़े जारी किए थे जिसके मुताबिक भारत की आबादी 121 करोड़ तक जा पहुंची जिसमे 2001 की जनगणना के मुक़ाबले 18 करोड़ की बड़त दर्ज की गयी जो अपने आप मे किसी छोटे देश की कुल जनसंख्या के बराबर है ।जबकि अमेरिका की जनसंख्या 30 करोड़ के आसपास ,जापान की आबादी 12 करोड़ के आसपास ,पाकिस्तान की आबादी 18 करोड़ के आसपास ,श्रीलंका की आबादी 2 करोड़ के आसपास थी ।यह आंकड़े अन्य देशो की कुल आबादी के मुक़ाबले मे भारत मे जनसंख्या विस्फोट का बहुत बड़ा उदाहरण है ।
जनगणना क्यों आवश्यक है ?- जनगणना का मुख्य लक्ष्य देश की कुल जनसंख्या मे मोजूद महिला पुरुष के लिंगानुपात का आंकड़े ,उनका साक्षारता ,की जानकारीसरकार तक पहुंचाना है ताकि सरकार द्वारा उनकी साक्षारता एवं उनके जीवन स्टार को सुधारने एवं देश का बजट बनाने मे सहायता प्रदान करना है ।
भारत मे जनगणना का इतिहास :-भारत मे जनगणना का बहुत पुराना इतिहास रहा है क्योंकि वर्ष 2011 मे भारत की 15 वी जनगणना हुई थी ।भारत मे जनगणना 1872 से प्रारम्भ हुई थी जो 1881 के बाद से प्रत्येक 10 वर्षों मे जनगणना शुरू हो गयी ऐसे वर्ष 1872,1881,1891,1901,1911,1921,1931,1941,1951,1961,1971,1981,1991,2001,2011 कुल 15 बार जनगणना का कार्य संपादित हुआ था अब आगामी जनगणना वर्ष 2021 मे होना हैथा ।
भारत की जनगणना का खर्चा :-जनगणना कार्यालय के आयुक्त सी॰चंद्रमौली के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार जनगणना के कार्य मे कुल 27 लाख कर्मचारियों ने हिस्सा लिया और जनगणना के कार्य को दो चरणों मे पूरा किया जिसमे कुल व्यय 2200 करोड़ रूपए हुआ था इस जनगणनामे जिले के प्रमुख अधिकारी को ही जनगणना का मुख्यअधिकारी के रूप मे नियुक्त किया गया जनगणना मे नक्सल प्रभावित जिलों को भी शामिल किया गया इस जनगणना मे केवल पाक के कब्जे वाला कश्मीर एवं चाइना के कब्जे वाले कश्मीर को इस जनगणना मे शामिल नहीं किया गया था ।
जनगणना के दोरान पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न जैसे :- भवन संख्या जनगणना मकान नम्बर उक्त मकान के फर्श,छत,दीवार को बनाने मे उपयोग मे लायी गयी सामग्री, मकान की हालत,मकान का पता परिवार क्रमांक, परिवार के कुल सदस्यों की संख्या,परिवार के मुखिया का नाम , मुखिया का लिंग,जाति,मकान के मालिकाना स्थिति,मकान मे कमरों की संख्या,मकान मे विवाहित दम्पतियों की संख्या,पेयजल का स्त्रोत्र,पेयजल की उपयब्धता, प्रकाश का स्त्रोत्र ,शोचालय, शोचालय का प्रकार,स्नान गृह की उपलब्धता,गंदे पनि की निकासी व्यवस्था ,रसोई घर की उपलब्धता ,रसोई मे प्रयुक्त ईंधन ,रेडियो,टेलिविजन,कम्प्युटर,लैपटाप,मोबाइल,स्कूटर,बाइसाइकल,मोपेड़,कार,बैंकिंग सेवा का उपयोग । जनगणना के समय परिवार के संबंध मे पूछे जाने वाले प्रश्न व्यक्तियों का नामऔंका मुखिया से संबंध,लिंग,जन्म तिथि,आयु,वेवाहिक स्थिति,धर्म,मातृभाषा,अन्य भाषाओ का ज्ञान।साक्षरताकी स्थिति,शिक्षा का उच्चतमस्तर,कामकाज की स्थिति/व्यवसाय/उद्योग अथवा सेवा का स्वरूप काम के लिए की गयी यात्रा,जन्म स्थान,पूर्व निवास स्थान,स्थान परिवर्तन का कारण,स्थान परिवर्तन के बाद वर्तमान निवास पर अवधि,जीवित बच्चे की संख्या एवं उनकी शिक्षा का स्तर ।
2011 की जनगणना की प्रमुख बाते 1.जनगणना के अनुसार लगभग 57 प्रतिशत लोगो द्वारा बोले जाने वाली भाषा थी ।
2.2011 जनगणना मे आबादी 17.6 प्रतिशत तक बड़ी जो 2001 मे बड़ी 21.5 प्रतिशत आबादी से 4 प्रतिशत कम थी ।
3.इस जनगणना मे व्यसको का प्रतिशत बच्चो से अधिक पाया गया ।
4.देश का लिंगानुपात 940 तक जा पहुचा । जो की सबसे ज्यादा अरुणाचल प्रदेश मे बड़ा है ।
5.जनसंख्या के लिहाज से उत्तर प्रदेश सबसे आगे रहा लगभग 20 करोड़ हुई है ।
6.नागालैंड मे आबादी प्रतिशत मे कमी आई है जो 0.40 फीसदी कम हुई ।
7.केरल राज्य मे महिला 1084 प्रति 1000 पुरुष पर जो 3.05 फीसदीकी बड़त है ।
8.2011 की जनगणना मे महिलाओ की साक्षरता का प्रतिशत भी सुधरा है ।
9.बिहार मे 3.35 फीसदी एवं मध्यप्रदेश मे 4 फीसदी कम है ।
Comments
Post a Comment